आइये जानते हैं की आखिर क्यों किसी झंडे में बैंगनी रंग का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
ज़्यादातर देश आज भी बैंगनी रंग (Purple Colour) का इस्तेमाल राष्ट्रीय ध्वज (National Flags) में नहीं करते हैं.
किसी भी देश के झंडे के रंग उस देश की परंपराओं और ख़ासियत से जुड़े होते हैं।
आपने हर तरह के रंग के झंडे देखे होंगे परन्तु बैंगनी रंग नहीं देखा होगा।
साल 1800 तक बैंगनी रंग को सिर्फ़ प्राकृतिक तरीक़े से ही हासिल किया जा सकता था। इस वजह से बैंगनी रंग को बनाना बेहद महंगा हुआ करता था
आपको जानकर हैरानी होगी की उस समय बैगनी रंग लेबनान के छोटे समुद्री घोंघे से पाया जाता था।
अगर किसी को एक ग्राम बैंगनी रंग चाहिए, तो उसके लिए कई घोंघे मारने पड़ते थे.
इंग्लैंड की तरफ़ से शाही फ़रमान ही आ गया था कि बैंगनी रंग सिर्फ़ रॉयल फ़ैमिली ही पहन सकेगी
1856 में एक ब्रिटिश स्टूडेंट विलियन हेनरी पर्किन ने सिंथेटिक बैंगनी डाई बनाने में कामयाबी हासिल की। जिसके बाद बैंगनी रंग की कीमत कम होने लगी।
आज भी सिर्फ तीन ही देश हैं, जिनके ध्वज पर बैंगनी रंग का इस्तेमाल हुआ है. ये देश निकारागुआ, डॉमिनिका और रिपब्लिक ऑफ़ स्पेन हैं.
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