सभी बच्चों के लिए शिक्षा प्रद मनोरंजक, प्रेरणादायक बच्चो की कहानियां जो आप सभी ने ज़रूर पढ़नी चाहियें। यह बच्चो की कहानियां (Story for Kids in Hindi) आपको ज़रूर पसंद आएँगी।
कृपया कमेंट करके ज़रूर करें। हिंदी कहानी आपके बच्चो को ज़रूर ही प्रेरणा देंगी और निश्चित ही इन्हे बार बार पढ़ने का मन करेगा। बच्चों आपको हमारी हिंदी कहानी ज़रूर पसंद आएँगी।
सभी जानते हैं के यह प्यारी प्यारी अच्छी अच्छी हिंदी कहानियां हमें बहुत सी शिक्षा देती हैं और यक़ीनन सही मार्ग पर चलना सिखाती हैं. जी हाँ छोटे बच्चों की कहानियां मनोरंजक होने के साथ हिंदी नैतिक कहानियां भी हैं. सभी चाहते हैं के ये मनोरंजक हिंदी कहानियां अच्छी अच्छी नैतिकता हमारे बच्चों को दे।
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शेर चूहिया की कहानी
[एक विशाल पेड़ के नीचे, राजा शेर अकेला बैठा है। उसका चेहरा गुस्से और अकेलेपन से भरा है।]
राजा: (आत्मविश्वास से) मैं जंगल का राजा हूँ! कोई मेरा सामना नहीं कर सकता।
[अचानक उसके पैर में एक तीखा कांटा चुभता है]
राजा: (दर्द से चीखते हुए) आह! यह कितना दर्दनाक है!
[चारों ओर देखता है, लेकिन कोई मदद के लिए नहीं आता]
[एक छोटी चूहिया धीरे-धीरे राजा के पास आती है]
चूहिया: (डरते हुए भी साहस के साथ) क्या मैं आपकी मदद कर सकती हूँ?
राजा: (तिरस्कार से) तुम? मेरी मदद? तुम बहुत छोटी हो!
चूहिया: (मुस्कुराते हुए) आकार नहीं, दिल की ताकत मायने रखती है।
[चूहिया तुरंत कांटा निकाल देती है]
राजा: (आश्चर्य से) तुमने… तुमने मेरी मदद की?
चूहिया: हर कोई किसी न किसी तरह मदद कर सकता है।
[आस-पास के जानवर धीरे-धीरे एकत्र होने लगते हैं]
राजा: (विनम्रता से) मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ है। मैंने सोचा था कि ताकत सिर्फ शारीरिक बल में है।
चूहिया: ताकत प्रेम, दया और एकता में छिपी होती है।
[सभी जानवर मुस्कुराते हैं]
सीख: हर किसी में कुछ अच्छा होता है, दयालुता सबसे बड़ी शक्ति है, मित्रता कोई आकार नहीं देखती
ईमानदारी का इनाम
बहुत समय पहले की बात है। किसी गांव में बाबूलाल नाम का एक पेंटर रहता था। वो बहुत ईमानदार था, किन्तु बहुत गरीब होने के कारण वो घर घर जा कर पैंट का काम किया करता था। उसकी आमदनी बहुत कम थी। बहुत मुश्किल से उसका घर चलता था।
पूरा दिन मेहनत करने के बाद भी वो सिर्फ दो वक़्त की रोटी ही जुटा पाता था। वो हमेशा चाहता था कि उसे कोई बड़ा काम मिले जिसे उसकी आमदनी अच्छी हो। पर वो छोटी काम भी बड़े लगन और ईमानदारी से करता था।
एक दिन गांव के जमीनदार ने बुलाया और कहा – “सुनो बाबूलाल! मैने तुम्हे यहां एक बहुत जरूरी काम के लिए बुलाया है। क्या तुम वो काम करोगे? ” बाबूलाल – “जी हजूर! जरूर करूंगा। बताइए क्या काम है।” जमीनदार -” में चाहता हूं तुम मेरे नाब पैंट करो और ये काम आज ही हो जाना चाहिए।” बाबूलाल – “जी हजूर! ये काम में आज ही कर दूंगा।” सामान लेे कर जैसे बाबूलाल आता है वो नाव को रंगना सुरु कर देता है।
जब बाबूलाल नाव रंग रहा था तो उसने देखा नाव में छेद था। वो सोचा अगर इसे ऐसे ही पैंट करदिया जाएगा तो ये डूब जाएगी ऐसा सोच कर वो छेद को भर देता है और नाव को पैंट कर देता है। फिर जमीनदार के पास जाता है और कहता है -” हजूर! नाव का काम पूरा हो गया। आप चल कर देख लीजिए।”
फिर वो दोनो नदी किनारे जाते है। नाव को देख कर जमीनदार बोलता है – “अरे वाह बाबूलाल! तुमने तो बहुत अच्छा काम किया है। ऐसा करो तुम कल सुबह आ कर अपना पैसा ले जाना।” उसके बाद वो दोनो अपने अपने घर चले जाते है। अगले दिन जमनिदार के परिवार उसी नाव में नदी के उसपार घूमने जाते है ।
शाम को जमीनदार का नौकर रामू जो उसकी नाव की देख रेख भी करता था छुटी से वापस आता है और परिवार को घर पर ना देख कर जमीनदार से परिवार वाले के बारे में पूछता है। जमीनदार उसे सारी बात बताता है। जमीनदार बात सुन कर रामू चिंतन में पड़ जाता है , उसे चिंतित देख कर जमीनदार पूछता है – “क्या हुआ रामू? ये बात सुन कर तुम चिंतित क्यूं हो गए। ” रामू – “सरकार! लेकिन उस नाव में तो छेद था। “
रामू की बात सुन कर जमीनदार भी चिंतित हो जाता है तभी उसकी परिवार वाले पूरा दिन मौज मस्ती कर के वापस आ जाते है। उन्हें सकुशल देख कर जमीनदार चैन की सांस लेता है। फिर अगले दिन जमीनदार बाबूलाल को बुलाता है और कहता है – “ये लो बाबूलाल तुम्हारा मेहनत का पैसा , तुमने बहुत बढ़िया काम किया है। में बहुत खुश हूं। ” पैसे गिनने के बाद बाबूलाल हैरान हो जाता है क्यूं की वो पैसे ज्यादा थे। वो जमीनदार से कहता है – ” हजूर ! अपने मुझे गलती से ज्यादा पैसे दे दिए है”।
जमीनदार – ” नहीं बाबूलाल! ये मैने तुम्हे गलती से नहीं दिए। ये तुम्हारी मेहनत का ही पैसा है। क्यूं की तुमने बहुत बड़ा काम किया है। तुमने इस नाव की छेद को भर दिया जिस के बारे में मुझे पता भी नहीं था। अगर तुम चाहते तो उसे ऐसे भी छोड़ सकते थे। पर तुमने एसा बिल्कुल नहीं किया जिसके लिए मेरे परिवार सुरक्षित घर वापस आ गए है।
किसान और घड़ा – बच्चों की कहानी – Story for Kids in Hindi

भोला एक गरीब किसान था जो हमेशा अपनी गरीबी से परेशान रहता था. वह कथापुर नमक गांव में अपनी माँ के साथ रहता था. भोला अपनी माँ को बहुत प्यार करता था.
वह हमेशा अपनी माँ से अपनी गरीबी का ज़िक्र करता रहता और चिंतित रहता। उसकी माँ उसे हमेशा दो शिक्षा देती –
१) हमेशा ईमानदार रहो और कभी किसी का बुरा मत करो
२) ईश्वर सभी को “सही समय” पर सब कुछ देते हैं. उसकी गरीबी भी भगवन सही समय आने पर दूर करेंगे। (हिंदी कहानी)
भोला बहुत ही सीधा था और हमेशा उसके दोस्त उसके भोलेपन का मज़ाक उड़ाते थे.
एक दिन उसने एक सपना देखा के उसके घर पे अचानक – “सोने के सिक्को की बारिश” हो रही हैं। वह इस सपने के बारे में अपने दोस्त रामू को बताता है. रामू उसकी बात का मज़ाक उड़ाते हुए कहता है – “हाँ मुझे भी सपना आया था के खेत में – सोने के सिक्को का घड़ा निकलता है और मुझे मिलता है ” . यह कहकर वह हस्ता हुआ वह से निकल जाता है.
अगले दिन भोला अपने खेत में रोज़ की भाँती हल चला रहा था. अचानक उसकी नज़र एक “घड़े” पे पड़ी. वह जैसे ही घड़े को खोलता है उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती हैं. जी हाँ उसमे – सोने के सिक्के थे.
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Story for Kids in Hindi continues-
वह बेचारा बड़ा दुखी होता है – उसे लगता है ये तो उसके मित्र रामु का सपना था और उसे यह सिक्के रामु को देने चाहिए। वह जाके रामु से कहता है – “रामु – तुम्हारा सपना पूरा हो गया – जाओ जाके मेरे खेत से अपना सोने का सिक्को से भरा घड़ा लेलो” . (हिंदी नैतिक कहानियाँ)
यह कह कर भोला अपने घर की और चल पड़ता है और अपने सपने के पूरे होने का इंतज़ार करता है. उसे लगता है के शायद अब सोने की बारिश भी होगी। उसकी यह बात सुन उसकी माँ परेशान हो कर कहती है – “भोला तू सचमुच भोला है. भला सोने की बारिश होती है क्या ? सोजा चुप चाप।
उधर रामु सोचता है -“क्या यह मुझे बेवक़ूफ़ बना रहा है? या यह कूद इतना बेवक़ूफ़ है?, भला कोई ऐसा करता है क्या , मगर चलो , चलके देखता हूँ “
रामु जैसे ही खेत में पहुंच ता है वह उसे घड़ा दीखता है। मगर यह क्या – उसमे तो ऊपर 5-6 साँप दीखते हैं जिसे देखकर वह घबरा जाता है. उसे लगता है के इस घड़े में कोई सिक्के नहीं हैं, भोला ने उसे नुक्सान पहुंचने के लिए खुद घड़ा यहाँ रखा होगा।
रामु सोचता है – “आज रात भोला के घर जाऊँगा और भोला की छत से यह घड़ा उसी के ऊपर उलट दूंगा”. उसी रात वो भोला की छत पे चढ़ता है और देखता है नीचे आँगन में भोला सोया हुआ है. रामु घड़े का ढक्कन हटाता है और घड़ा पूरा भोला के ऊपर उल्टा कर देता है।
साँप नीचे गिरते ही खेत की और बहार चले जाते हैं और यह क्या – अचानक से इतने सारे सोने के सिक्के भोला के ऊपर? कहा से आये, क्या सोने की बारिश हुई ? जी नहीं घड़े में नीचे सिक्के थे। जो रामु को नहीं दिखे। उसे सिर्फ ऊपर के साप दिखे।
भोला के सारे सपने पूरे हुए – सोने की बारिश हुई. उसे सब्र का फल मिला। ईमानदारी का फल मिला। रामु को बुरे व्यवहार का दंड मिला। वह दुखी था – हाथ में आया सभी धन अब वह खो चूका था.
माँ बहुत खुश थी. गरीबी दूर हो चुकी थी.
(कहानियाँ अच्छी अच्छी) Story for Kids in Hindi about poor farmer and Gold coins ends. Best Hindi Story and Baccho ki Kahani Collection. We will keep adding more stories in Hindi
यह बच्चो की कहानियां आपको ज़रूर पसंद आएँगी। (कहानी बच्चों की, कहानियां इन हिंदी कहानी) ज़रूर पढ़े – Vikram Betal , रपुन्ज़ेल की कहानी , Tenali Raman Story , PanchaTantra Stories , (Short Moral Stories for Kids) Cindrella Ki Kahani
बेचारे शेर की कहानी- Lion’s story for kids in Hindi

प्यारे बच्चो – क्या आप जानते हैं के शेर जंगल का राजा होता है। जी ज़रूर जानते होंगे। आज एक घमंडी शेर की कहानी सुनिए। मनमोहक वन में एक दिन शेर जंगल में घूमने गया। वहां उसने एक राजा देखा – जो हाथी पर आसन लगा कर बैठा है।
शेर के मन में भी हाथी पर आसन लगाकर बैठने का मन किया । उसे लगा मैं भी तो अपने जंगल का राजा हूँ और सिंघासन में हाथी के ऊपर बैठना चाहिए।
यह सोच कर घमंडी शेर ने अपने जंगल के सभी जानवरों को बताया और उन्हें आदेश दिया के हाथी पर एक आसन लगाया जाए। उसने कहा के वह भी अन्य राजाओ की तरह हाथी की सवारी करना चाहता है।
शेर की बात सुन जंगल के जानवर काम पे लग गए और उन्होंने झट से आसन लग गया।
ख़ुशी ख़ुशी अगले ही पल शेर उछलकर हाथी पर लगे आसन पर जाकर बैठ गया ।
वह- क्या बात है – शेर बोला और सवारी शुरू होगयी, लेकिन यह क्या ?
जैसे ही हाथी थोड़ा आगे चलता है उस पर लगा आसन हिल जाता है.
सिंघासन के हिलने से अगले ही पल शेर नीचे धड़ाम से गिर जाता है.
बेचारा शेर, उसकी तो टांग ही टूट गई 🙂
अब शेर की समझ आ चुका था और खड़ा होकर बोलै – ” पैदल चलना ही ठीक रहता है”
(कहानी हिंदी में) Story for Kids in Hindi about Lion ends, Also Read Hindi Story (Baccho ki Kahani), ज़रूर पढ़े – Vikram Betal , रपुन्ज़ेल की कहानी , Tenali Raman Story , PanchaTantra Stories , (Short Moral Stories for Kids) Cindrella Ki Kahani
शिक्षा – जिसका काम उसी को साजे। नक़ल नहीं करनी चाहिए।
बच्चों हम आशा करते हैं के आपको कहानी ज़रूर पसंद आयी होंगी। यह छोटी छोटी अच्छी अच्छी हिंदी कहानियां हमें बहुत सी शिक्षा देती हैं. यह कहानियां हमें सही मार्ग पर चलना सिखाती हैं. छोटे बच्चों की कहानियां हर कोई इसीलिए तो सुनाता है के हिंदी कहानियां अच्छी अच्छी शिक्षा हमारे बच्चों को दे।
ज़रूर पढ़े – Vikram Betal , रपुन्ज़ेल की कहानी , Tenali Raman Story , PanchaTantra Stories , (Short Moral Stories for Kids) Cindrella Ki Kahani
Honesty Reward Best story from which we got to learn good things. Thanks a lot for sharing.